Monday, September 21, 2009

मेरी अपनी रची कुछ जीवन की सूक्तियां -Part 3

दिल और दिमाग की लड़ाई के बीच अक्सर एक औरत ही तम्बू गाडे मिलती है

किसी के फुकरेपन में किये गए एहसान उसकी संपन्नता आते ही भुला दिए जाते हैं

एक साडी लड़की को महिला बना देती है

औरत के खानदान का उसके पहनावे और मर्द के खानदान का उसकी शालीनता से पता चलता है

उधार मांग कर जीने वाले की उम्र बहुत लम्बी होती है

साडी की रचना जरूर एक रूमानी शख्स ने की होगी.

एक महिला जब आपकी और देख मुस्कुराती है उसका असली मतलब होता है "मूर्ख अभी भी समय है, संभल जा"

औरत एक वो चरित्र है जो पहले तो आपको एक ग्लास पानी देकर आपकी प्यास बुझायेगी और फिर आपको कुंवा खोदने को कहेगी

कोयल की मीठी आवाज़ के पीछे कौवे का दर्द होता है

बच्चों को अगर समझना है तो उन जैसे ही बन जाओ

20 साल 40 दोस्त,30 साल 20 दोस्त 40 साल 10 दोस्त 50 साल5 दोस्त 60 साल सिर्फ कन्धा देने को 4 दोस्त. वो चार दोस्त आज से ही कमाना शुरू कर दें

किसी के भी दिल में जगह बनाने से पहले वहां बहुत सारी साफ़ सफाई करनी पड़ती है

महिलाओं की यादाश्त भी अगर खो जाये तो भी वे होंठो पर लिपस्टिक लगाना नहीं भूलेंगी

हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में हैं भाई भाई- वो तो ठीक है पर वो मुआ पूजा वाला कमरा ही तो फसाद की जड़ है !

अगर भगवान् है, तो शर्तिया बुल्लेट ही चलाता होगा, पर सब देवियों की कारों में बहुत डेंट पड़े होंगे

शराब पीने और छोडने के बीच बहुत सारे सरदर्द होते हैं

कुछ लोगो की जबान इतनी लम्बी होती है की आप उसपर कार रेस आयोजित कर सकते हैं

आपके कथन से ही आपके चरित्र की रूपरेखा तैयार होती है- इसलिए जो बोलें, सोच विचार कर बोलें

हमेशा बड़ी विपदा का स्वागत करो- क्योंकि विपदा के आते ही सच और झूठ की पहचान भी आती है

जैसे प्यार के साथ समर्पण आता है वैसे ही विपदा के साथ कुछ नए रिश्ते भी आते हैं

गलती की सजा अवश्य दो पर उतनी ज्यादा नहीं जितनी छोटी गलती हो

कभी आंख मिला कर बात न करने वाले व्यक्ति पर विस्वास न करो

रोओ भी कुछ इस तरह की खुदा को भी तुमपर हंसी आ जाये

"भैया ................थाने तक जाना है जाना है" ये बोलकर ऑटो में बैठोगे तो शर्तिया बात, वो आपको सही भाडा बताएगा.

आपके इलाके का पानवाला भैय्या और नाई आपके चरित्र का पूरा हिसाब किताब रखता है. इनसे बना कर रखना.

गौर करना. बारिश के दौरान अक्सर लडकियां भीगना पसंद करती हैं

जिन नवदम्पतियों के जल्दी औलाद नहीं होती वे पड़ोसियों और रिश्तेदारों की गप्पों के प्रिय विषय होते हैं

कभी भी इतनी अच्छे न बनो की एक दिन खुद के लिए ही बुरे बन जाओ

"खाने से पहले अपने हाथ धो लें" आजादी के ६२ साल बाद भी हमारे रास्ट्रीय चैनल अगर ये दिखाते हैं तो सोचिये अभी कितना दूर जाना है

मेरे दिमाग और दिल की दूरी के बीच कई डाक्टरी कष्ट हैं.

जरूरी नहीं की आपकी प्रेमिका का पिता आपको इसलिए घूरे क्योंकि आप उसे नापसंद हो, हो सकता है आपकी जिप खुली हुई हो या फिर आपने लाल रंग के मोजे पहने हों.!!

हर जाने वाला मेरा एक हिस्सा तोड़ कर ले गया, आज होश में अपने को देखा तो पाया मैं तो किसी और की साँसों में हु दूर से अपने आपको देखा तो निढाल पाया, फिर गौर से देखा तो पाया की मेरा साया भी कोई तोड़ ले गया

पिछले 10 सालों की बातें याद करके लगता है हम कितने बड़े ढक्कन थे

एक मर्द की सिर्फ दो ही असली इच्छाएं होती हैं, भूख और प्यास. बाकी सब नौटंकी है

हौवा के सेब खाते ही खुदा को समझ में आ गया होगा की सॉफ्टवेर प्रोग्राम में वाइरस आ गया है

किसी काम को करना और समझना एक कला है, जो इसे समझता है वो ज्ञानी है, और जो नहीं वो एक सरकारी कर्मचारी है

राम और रहीम के बीच से अगर ये नेता नामक ढक्कन हट जाये तो ईद की सिवैयां बहुत मीठी लगेंगी

औरत प्रेम तो किसी बुद्धिमान पुरुष से ही करेगी पर शादी किसी ढक्कन से

काश शादियाँ डाउनलोड की जा सकती और पसंद न आने पर डिलीट भी

एक संस्कारी व्यक्ति की सबसे पहली पहचान है की वो महिलाओं को पूरा सम्मान देगा

अगर अपने आंसू नहीं छिपा सकते तो फोरन गोलगप्पे खाना शुरू कर दीजिये

अगर दोस्तों की सही पहचान करनी है तो उनसे तब उधार मांगो जब आपके पास पैसे हों

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